दोनों एक प्राण
राधा कृष्ण दोनों स्नेही है, दोनों एक प्राण दो देही है !
( मै तू तू मै हो गये,
मै देही तू प्राण,
अब कोऊ नही कह सके,
मै और तू है आन )
अकेले में रमन नही होता है
अत ब्रहम दो रूप में हुआ !
राधिका ही कृष्ण है, और कृष्ण ही राधिका है !
दोनों ही रस के समुन्द्र है !
एक से दो लीला हेतु हुए है !
लीला रस रूपा है, बिना दो देह हुए रस अनुभूति नही होती !
राधे राधे
राधा कृष्ण दोनों स्नेही है, दोनों एक प्राण दो देही है !
( मै तू तू मै हो गये,
मै देही तू प्राण,
अब कोऊ नही कह सके,
मै और तू है आन )
अकेले में रमन नही होता है
अत ब्रहम दो रूप में हुआ !
राधिका ही कृष्ण है, और कृष्ण ही राधिका है !
दोनों ही रस के समुन्द्र है !
एक से दो लीला हेतु हुए है !
लीला रस रूपा है, बिना दो देह हुए रस अनुभूति नही होती !
राधे राधे
Hare Krishna !!
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